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Friday May 10, 2024
Aryavart Times

कोविशील्ड देश का पहला कोविड टीका, सरकार ने अफवाहों से बचने की सलाह दी

कोविशील्ड देश का पहला कोविड टीका, सरकार ने अफवाहों से बचने की सलाह दी

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस के टीका के सुरक्षित होने और इसकी प्रभाव क्षमता के बारे में ‘अफवाहों’ और भ्रामक सूचना अभियानों से लोगों को गुमराह नहीं होने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसे मंजूरी देने से पहले किसी भी प्रोटोकॉल के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

कोरोना महामारी से जूझ रहे देश के लिए नया साल का पहला दिन बड़ी राहत लेकर आया। शुक्रवार को कोविशील्ड के रूप में देश को कोरोना का पहला टीका मिल गया। विशेषज्ञ समिति ने सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड टीके के आपात इस्तेमाल की सशर्त मंजूरी की सिफारिश की। 

वहीं, टीकाकरण की तैयारियों को परखने के लिए शनिवार को देशव्यापी पूर्वाभ्यास किया जा रहा है ।  केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की कोविड-19 पर बनी विशेषज्ञ समिति की शुक्रवार को बैठक हुई थी । 

हर्षवर्धन ने कहा कि टीकाकरण के प्रथम चरण में सर्वाधिक प्राथमिकता वाले लोगों को नि:शुल्क टीका उपलब्ध कराया जाएगा, जिनमें एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और अग्रिम मोर्चे के दो करोड़ कर्मी शामिल हैं। उन्होंने दिल्ली में उन दो स्थानों का दौरा किया जहां टीके का पूर्वाभ्यास चल रहा था।

उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर 27 करोड़ लोगों को जुलाई तक किस तरह से टीका लगाया जाएगा , इस बारे में ब्यौरे को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इन लाभार्थियों में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग और पहले से किसी बीमारी से ग्रसित इससे कम उम्र के लोग शामिल हैं।

दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी सीरम ने कोविशील्ड के उत्पादन के लिए एस्ट्राजेनेका से करार किया है। ब्रिटेन की मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित और एस्ट्रेजेनेका द्वारा निर्मित इस टीके को बुधवार को मंजूरी दी थी।

डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि वैक्सीन लगाने की पूर्ण प्रक्रिया का सही तरीके से पूर्वाभ्यास किया जा रहा है। इसमें अधिकारियों और कर्मचारियों का प्रशिक्षण और वैक्सीन लगाने की ड्रिल शामिल है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बारीकियों पर पूरा ध्यान देते हुए वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया के विस्तृत दिशा निर्देश, सघन विचार विमर्श और प्रत्येक मामूली पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित किए जाने के बाद, विभिन्न पक्षों को जारी किए हैं।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ई-प्लेटफार्म में सुधार करके बनाया गया कोविन सॉफ्टवेअर सही मायने में गेम चेंजर साबित होगा। कोविन, वैक्सीन के भंडार, भंडारण के तापमान और कोविड-19 वैक्सीन के लाभार्थियों की ट्रेकिंग की सही तात्कालिक सूचना देगा।

उन्होंने कहा कि यह अनूठा डिजिटल प्लेटफार्म कोविन सभी स्तरों के कार्यक्रम प्रबंधकों को स्वचालित सेशन के जरिए पूर्व पंर्जीकृत लाभार्थियों के लिए निर्धारण, उनकी पुष्टि और टीकाकरण पूरा होने पर डिजिटल प्रमाणपत्र निकालने में मदद देगा। 

डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि भारत के पास टीकाकरण का व्यापक अनुभव है और हमने विश्व में सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि भारत ने पोलियो, रूबेला और मीसल्स टीकाकरण के सफल अभियान संचालित किए हैं। 







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