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Saturday April 27, 2024
Aryavart Times
लोकसभा में वन संरक्षण संशोधन विधेयक को मंजूरी मिली

लोकसभा में वन संरक्षण संशोधन विधेयक को मंजूरी मिली

जल पर्यावरण

लोकसभा ने बुधवार को मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के बयान और चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच वन संरक्षण संशोधन विधेयक 2023 को मंजूरी दे दी। निचले सदन में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने विधेयक को चर्चा और पारित करने के ...

भारत ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त ढांचा सम्मेलन में दीर्घकालिक कम उत्सर्जन विकास रणनीति पेश की

भारत ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त ढांचा सम्मेलन में दीर्घकालिक कम उत्सर्जन विकास रणनीति पेश की

जल पर्यावरण

भारत ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढांचा सम्मलेन (यूएनएफसीसीसी) के समक्ष अपनी दीर्घकालिक कम उत्सर्जन विकास रणनीति प्रस्तुत की।इस प्रस्तुति के साथ भारत उन 60 पार्टियों की विशिष्ट सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने यूएनएफसीसीसी को अपने एलटी-एलईडीएस सौंपे हैं। केंद्रीय पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव, जो भारतीय ...

जैव विविधता पार्क को ‘टिकाऊ’ बनाने के लिये धन का दीर्घकालिक प्रबंध एवं एक तंत्र स्थापित हो : प्रो. सी आर बाबू

जैव विविधता पार्क को ‘टिकाऊ’ बनाने के लिये धन का दीर्घकालिक प्रबंध एवं एक तंत्र स्थापित हो : प्रो. सी आर बाबू

जल पर्यावरण

उत्तर प्रदेश के गंगा तटीय क्षेत्र में चार जैव विविधता पार्क स्थापित करने की परियोजना के सलाहकार विशेषज्ञ प्रो. सी आर बाबू ने सरकार को बायोडायवर्सिटी पार्को को टिकाऊ बनाने के लिये कैम्पा फंड, नियमित अनुदान, वन विभाग की निधि से धन का दीर्घकालिक प्रबंध करने और एक तंत्र स्थापित करने ...

चीता टास्क फोर्स का गठन,चीतों की प्रगति की समीक्षा करेगी

चीता टास्क फोर्स का गठन,चीतों की प्रगति की समीक्षा करेगी

जल पर्यावरण

पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान और अन्य क्षेत्रों में चीतों की निगरानी के लिए एक कार्य दल का गठन किया है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) चीता टास्क फोर्स के कामकाज को सुगम बनाएगा और सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगा। टास्क फोर्स दो साल की ...

भारत ने अंतरराष्ट्रीय महत्व के पांच नए आर्द्रभूमि स्थल नामित किए

भारत ने अंतरराष्ट्रीय महत्व के पांच नए आर्द्रभूमि स्थल नामित किए

जल पर्यावरण

भारत ने अंतरराष्ट्रीय महत्व के पांच (5) नए आर्द्रभूमि स्थल नामित किए हैं, जिसमें तमिलनाडु में तीन आर्द्रभूमि स्थल (करीकिली पक्षी अभयारण्य, पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट और पिचवरम मैंग्रोव), मिजोरम में एक (पाला आर्द्रभूमि) और मध्य प्रदेश में एक आर्द्रभूमि स्थल (साख्य सागर) शामिल हैं। इस प्रकार, देश में रामसर स्थलों ...

चक्रवाती तूफान तौकते के बहुत तीव्र और विकराल रूप ले रहा : मौसम विभाग

चक्रवाती तूफान तौकते के बहुत तीव्र और विकराल रूप ले रहा : मौसम विभाग

जल पर्यावरण

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का कहना है कि चक्रवाती तूफान “तौकते, तीव्र और विकराल रूप ले रहा है । यह पूर्व-मध्य अरब सागर से उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में मुड़ गया है।  भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह चेतावनी 17 मई, 2021 को भारतीय समयानुसार 8:15 पर जारी की है। इस चेतावनी के ...

अगले 4-5 दिनों में देश में गर्मी पड़ने की कोई संभावना नहीं

अगले 4-5 दिनों में देश में गर्मी पड़ने की कोई संभावना नहीं

जल पर्यावरण

पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बादल गरजनेऔर बिजली चमकने के साथ कहीं-कहीं छिटपुटवर्षा/बर्फबारी होने की संभावना है । उत्तराखंड में ओलावृष्टि हो सकता है । पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के अंदरूनी भागों और तेलंगाना में गरज के साथ छिटपुट बारिश होने, तेज़ गति की हवा चलने की संभावना पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम ...

पांच साल से पल पल मरता एक पहाड़: सरकार भी हुई पत्थर दिल

पांच साल से पल पल मरता एक पहाड़: सरकार भी हुई पत्थर दिल

जल पर्यावरण

BY BLOGGER, SENIOR JOURNALIST- NIRMAL YADAV झांसी .... उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके को कुदरत ने मेहरबान होकर नदी, जंगल पहाड़ और पठार से लेकर तमाम भूगर्भीय संसाधनों की प्रचुरता से भरपूर नवाजा है। लेकिन इस क्षेत्र में प्रकृति के इन नायाब नगीनोें पर खनन माफियाओं की गिद्धदृष्टि पड़ने के बाद, लगता ...

जल एवं पर्यावरण संरक्षण की अद्भत भील परंपरा है हलमा

जल एवं पर्यावरण संरक्षण की अद्भत भील परंपरा है हलमा

जल पर्यावरण

भारत भूमि की परंपरा रही है कि जहां भी पानी हो, वहां जीवन अपने आप ही पल्लवित हो उठता है। हमें इसलिए स्थान विशेष में जल संरक्षण हेतु तमाम पद्धतियां, प्रक्रियाएं और परिणाम स्वरूप जल-संरचनाएं मिलती हैं। आज भी ऐसे कुछ स्थान, कुछ समाज ऐसे बचे हैं, जिन्होंने जल के प्रति ...

नेपाल में बारिश की वजह से हर साल बिहार में आने वाली बाढ़ की जिम्मेदारी किसकी ?

नेपाल में बारिश की वजह से हर साल बिहार में आने वाली बाढ़ की जिम्मेदारी किसकी ?

जल पर्यावरण

नेपाल में बारिश की वजह से हर साल बिहार में बाढ़ तबाही मचाती है और इस साल भी बिहार के कई जिलों के काफी संख्या में गांव बाढ़ की वजह से गंभीर रूप से परेशानी का सामना कर रहे हैं । और ये हर साल की बात है, हर साल बिहार ...

बिहार ने बारिश का पानी बचाने के लिये कमर कसी

बिहार ने बारिश का पानी बचाने के लिये कमर कसी

जल पर्यावरण

बिहार में मूलत: मानसूनी बारिश होती है । राज्य में जून मध्य से सितंबर तक लगभग 1000 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन बारिश के इस पानी के संचयन की व्यवस्था नहीं  होने के करण भारी मात्रा में पानी बर्बाद हो जाता है या उपयोग में नहीं आ पाता। दूसरी तरफ गर्मी ...

जलवायु परिवर्तन के खतरों का सामना कर रहे कई द्वीपीय देश

जलवायु परिवर्तन के खतरों का सामना कर रहे कई द्वीपीय देश

जल पर्यावरण

मार्शेल आइलैंड, तुवालु, समोआ, किरिबाती, नाओरू जैसे द्वीपीय देश जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्री जल स्तर बढ़ने से अपने क्षेत्रों के डूबने और बाढ़ से लोगों के विस्थापन के खतरे का सामना कर रहे हैं । इन देशों के शीर्ष नेता लम्बे समय से जलवायु परिवर्तन एवं वैश्विक तापमान वृद्धि के ...

आज भी आदर्श है सदियों पुराने बुंदेलखंड के तालाब

आज भी आदर्श है सदियों पुराने बुंदेलखंड के तालाब

जल पर्यावरण

सूखे और पेयजल संकट से ग्रस्त बुंदेलखंड में 9वीं से 14वीं शताब्दी के बीच बेमिसाल डिजाइन और कभी सालों जल से लबालब रहने वाले तालाब आज भी न केवल इस क्षेत्र बल्कि पूरे भारत के लिये जल आपूर्ति एचं संचयन का आदर्श मॉडल हो सकते हैं । 9वीं से 14वीं शताब्दी के ...



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