प्राचीन भारत में यूं तो कई युद्ध हुए लेकिन छह युद्ध ऐसे थे जिन्होंने संपूर्ण धरती को चपेट में ले लिया था। देखा जाए तो यह युद्ध विश्व की अन्य संस्कृति और धर्मों के इतिहास में किसी न किसी रूप में आज भी दर्ज है। तो आओ जानते हैं प्राचीन भारत ...
हाल के दिनों में आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि गैर पारंपरिक खतरे और आतंकवाद दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों बन गए हैं। उन्होंने हर जगह सख्ती से आतंकवाद का विरोध करने, आतंकवाद का राज्य नीति के एक ...
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टेरी) द्वारा ‘2015 से परे : लोग, ग्रह और प्रगति ’ विषय पर आयोजित विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन के पहले संस्करण का उदघाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का खतरा वास्तविक और तात्कालिक है। इसका व्यापक स्तर पर ...
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि केन्द्र सरकार कृषि योजनाओं को देश भर में लागू करने के लिए तेजी से काम कर रही है लेकिन उत्तर प्रदेश में ज्यादातर केन्द्रीय कृषि योजनाओं के क्रियान्वयन की गति काफी धीमी है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण ...
राष्ट्रपति ने भारतीय वायु सेना की 84वीं वर्षगांठ के अवसर वायु सेना को बधाई दी है। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, मुझे यह जानकर अति प्रसन्नता हुई है कि भारतीय वायु सेना 8 अक्टूबर 2016 को अपनी 84वीं वर्षगांठ मना रहा है। राष्ट्र को वायु सेना की क्षमता और दक्षता पर गर्व ...
भारतीयजनता पार्टीके राष्ट्रीय अध्यक्ष, अमित शाह ने ’जवानों केखून की दलाली` की टिप्पणी को सेना के मनोबल कोतोड़ने वालाबताते हुए कांग्रेसउपाध्यक्ष राहुलगांधी पर कराराप्रहार किया।उन्होंने सर्जिकलस्ट्राइक केलिए भारतीय सेनाकी वीरता,साहसऔर उनकी कार्यकुशलताको देश की जनताके सामने रखनेऔर पाकिस्तानके प्रोपगैंडाकी पोल खोलनेके लिए भारतीयमीडिया की भीजमकर तारीफ़ ...
इंग्लैंड-वेस्ट इंडीज के बीच टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल रविवार शाम 7 बजे से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा। कैरिबियाई टीम में गेल सहित कई अटैकिंग बैट्समैन हैं तो इंग्लैंड के जेसन रॉय और जो रूट का बैट टूर्नामेंट में खूब चला है। जबरदस्त फॉर्म में चल रही इंग्लैंड ...
देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और भारतीय अर्थव्यवस्था में भूमिगत जल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 1970 के दशक में हरित क्रांति की शुरूआत के दौरान भूमिगत जल के प्रयोग में महत्वपूर्ण वृद्धि शुरू हुई, जो अब तक जारी है जिसके फलस्वरूप जलस्तर घटने, खेतों में कुओं की कमी और सिंचाई ...