भारत में से हर पांच में एक महिला पीसीओएस से पीड़ित है । उपचार में विलंब और इस सिंड्रोम के बारे में जानकारी की कमी के कारण समस्या बढ़ जाती है । पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सभी आयु वर्ग की महिलाओं को इसके बारे में शिक्षित करने के लिये अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता प्रिस्टिन केयर ने एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन के साथ ‘फाईट पीसीओएस’ जागरूकता अभियान शुरू किया है।
अपने प्रथमिक सेवा प्रदाता लाइब्रेट के साथ प्रिस्टिन केयर भारत में महिलाओं के खतरों के विश्लेषण, मानसिक स्वास्थ्य सहयोग और मार्गदर्शन के जरिये पीसीओएस से लड़ने में मदद करेगा ।
वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, मानसिक स्वास्थ्य समस्या एवं चिकित्सा समस्याओं से पीड़ित महिलाओं को परामर्श प्रदान करेंगे ।
चूंकि ये सेवाएं सभी नागरिकों की पहुंच में नहीं हैं, इसलिये सभी लोगों तक इन्हें सुगम बनाने के लिये विशेषज्ञों का परामर्श केवल 1 रूपये में दिया जायेगा ।
इस अभियान के बारे में प्रिस्टिन केयर की मेडिकल डायरेक्टोरेट डा. शालू वर्मा ने कहा कि प्रिस्टिन केयर को ही माह 10,000 से ज्यादा महिलाओं से प्रजनन और यौन स्वास्थ्य सेवाओं संबंधी शंकाएं प्राप्त होती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रिस्टिन केयर में स्त्री रोग के अंतर्गत मुख्य रूप से पीसीओएस का इलाज कराया जा रहा है क्योंकि काफी महिलाएं इससे पीड़ित हैं । उन्हें अनियमित महामारी और महामारी के दौरान अत्यधिक
रक्तस्राव, मुंहासे, वजन बढ़ने जैसी शिकायत है।’’
डा. वर्मा ने बताया कि पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में से 60 प्रतिशत में कोई कोई मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी देखा गया है। इस अभियान के माध्यम से हम उनकी देखरेख एवं सहयोग कर रहे हैं।
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