राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी एवं भाषा का उपयोग करने के आरोप में रायपुर पुलिस ने धर्म गुरु कालीचरण महाराज #kalicharan maharaj को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया। कालीचरण महाराज को गिरफ्तार करने के तरीके को लेकर मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गये हैं ।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र #narottam mishra ने ट्वीट किया, ‘‘कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ पुलिस ने जिस तरीके से की है वह संघीय मर्यादा के खिलाफ है। कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ सरकार को इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करना चाहिए था।’’
उन्होंने कहा कि DGP_MP को छत्तीसगढ़ DGP से बात कर गिरफ्तारी के तरीके पर विरोध जताकर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए है।
मिश्र ने कहा कि कालीचरण महाराज ने जो कहा वह भी आपत्तिजनक था और छत्तीसगढ़ पुलिस ने जिस तरह से गिरफ्तारी की वह भी आपत्तिजनक है।
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल जी #bhupesh baghel हमें आपके तरीके पर आपत्ति है। जो गलत है हम उसे ही गलत कह रहे हैं।
वहीं,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विरुद्ध अभद्र भाषा के उपयोग पर की गयी कार्यवाही पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया, "संविधान और क़ानून से ऊपर कोई नहीं"।
बहरहाल, रायपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को बताया कि रायपुर पुलिस ने कालीचरण महाराज को तड़के गिरफ्तार किया। उन्हें मध्यप्रदेश के खजुराहो शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम के पास किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया है।
अग्रवाल ने बताया कि कालीचरण महाराज को शाम तक सड़क मार्ग से यहां लाया जाएगा।
रायपुर के रावणभाठा मैदान में आयोजित धर्म संसद में महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द बोलने के आरोप में कालीचरण के खिलाफ रविवार को मामला दर्ज किया गया था।
दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री ब्रजमोहन अग्रवाल ने ट्वीट किया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के खिलाफ बोलने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं,थाने के अंदर संविधान जलाने की बात करने वालों पर एफ.आई.आर. नहीं, राष्ट्रद्रोह नहीं और व्यक्ति के खिलाफ बोलने पर राष्ट्रद्रोह। क्या यही है भूपेश सरकार का कानून?
उन्होंने कहा कि ऐसी कार्यवाही शाशन का दुरुपयोग है, गांधी जी के सिद्धांतों के विरुद्ध है।
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