राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बीच पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे का बयान आया है । वसुंधरा अभी तक इस मामले में एकदम मौन साधे हुए थी । इसी चुप्पी पर राज्य में भाजपा की सहयोगी आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने उन पर गहलोत सरकार को बचाने का आरोप लगाया ।
वही वसुंधरा राजे ने फेसबुक पोस्ट में लिखा -
''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है।
ऐसे समय में जब हमारे प्रदेश में कोरोना से 500 से अधिक मौतें हो चुकी है तथा करीब 28,000 लोग कोरोना पॉजिटिव है . . .
ऐसे समय में जब टिड्डी हमारे किसानों के खेतों पर लगातार हमले कर रही है . . .
ऐसे समय में जब हमारी महिलाओं के खिलाफ अपराध ने सीमाएं लांघ दी है . . .
ऐसे समय में जब प्रदेशभर में बिजली समस्या चरम पर है . . .
और ये तो केवल मैं कुछ ही समस्याएं बता रही हूँ!
कांग्रेस, भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है।
सरकार के लिए सिर्फ़ और सिर्फ़ जनता का हित सर्वोपरि होना चाहिए!
कभी तो जनता के बारे में सोचिए! ''
दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में सरकार को गिराने एवं पार्टी तोड़ने का प्रयास करने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया तथा इस पूरे घटनाक्रम को झूठ और फरेब की कथा करार दिया । पार्टी ने कहा कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर में रचा जा रहा था और संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किये जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान में कांग्रेस की राजनीतिक नौटंकी हम देख रहे हैं। षड्यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, यह उसका मिश्रण है।’’
उन्होंने कहा कि कुछ ऑडियो टेप के माध्यम से आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा द्वारा कांग्रेस पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इसमें कोई तथ्य नहीं है बल्कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर में रचा जा रहा था। राजस्थान में जो कुछ हो रहा है, वह तथाकथित बनाम प्रत्यक्ष का उदाहरण है।
वहीं, कांग्रेस ने ऑडियो क्लिप को लेकर उठे विवाद को समाप्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से अपनी आवाज का नमूना देने को कहा है
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि यदि चुनी गई किसी सरकार को पैसे की ताकत से अपदस्थ किया जाता है, तो यह जनादेश के साथ धोखा और लोकतंत्र की हत्या है।
उन्होंने पूछा कि हरियाणा सरकार भंवरलाल शर्मा, विश्वेंद्र सिंह की आवाज के नमूने लेने से राजस्थान पुलिस को क्यों रोक रही है।
माकन ने कहा कि यदि भाजपा की कोई भूमिका नहीं है, तो केंद्र, हरियाणा सरकार, ईडी, आईटी विभाग बागी कांग्रेस विधायकों को सुरक्षा क्यों दे रहे हैं ।
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