गुजरात चुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी पूरी कमर कस ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में भाजपा के समक्ष गुजरात में सत्ता में वापसी करने की चुनौती को देखते हुए पार्टी
कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। ऐसे में भाजपा द्वारा केंद्रीय मंत्रियों को अब गुजरात में अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी जा रही है जो राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार कार्य में जुटेंगे।
इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है जहां राज्य में पांव जमाने को प्रयत्नशील आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने इस पर तंज किया है।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ खबर है कि गुजरात के हर ज़िले में बीजेपी एक एक केंद्रीय मंत्री या किसी मुख्यमंत्री की ड्यूटी लगा रही है। बाप रे! इतना डर?’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ये डर आम आदमी पार्टी का नहीं है। ये डर गुजरात के लोगों का है जो बीजेपी से बहुत नाराज़ थे और अब तेज़ी से “आप” का दामन थाम रहे हैं।’’
गुजरात में पिछले 27 सालों से भाजपा सत्ता में बनी हुई है। इस बार भी भाजपा सत्ता में वापसी के लिए मजबूत चुनावी रणनीति के साथ मैदान में उतरने वाली है।
यही कारण है कि केंद्रीय मंत्रियों को अब गुजरात में अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी जा रही है।
समझा जाता है कि भाजपा की ओर से यह फैसला ऐसे समय में हुआ है जब हाल में ही नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों ही गुजरात दौरे से वापस लौटे हैं। भाजपा हर राज्य के विधानसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्रियों की फौज को उतारती रही है। कहीं भी चुनाव हो तो भाजपा पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में रहती है।
खबरों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को जहां तापी भेजा गया है। 7 अक्टूबर को 6 केंद्रीय मंत्री गुजरात में होंगे। पंचमहाल जिले में वीरेन्द्र कुमार के मौजूद रहने की सूचना है।
समझा जाता है कि स्मृति ईरानी को आणंद जिले की जिम्मेदारी दी गई है। साध्वी निरंजन ज्योति अहमदाबाद जायेंगी। अजय भट्ट अरावली में जबकि भूपेंद्र यादव अमरेली में रहेंगे।
किरण रिजिजू के भावनगर जिले में रह सकते हैं ।
ऐसे ही 8 नवंबर को 3 केंद्रीय मंत्री, 9 नवंबर को 2 और 10 नवंबर को 3 केंद्रीय मंत्री गुजरात में अलग-अलग जगह पर मौजूद रहने की सूचना है।
जिन केंद्रीय मंत्रियों को गुजरात में भेजा जा रहा है उसमें प्रतिमा भौमिक, अर्जुन मुंडा और गिरिराज सिंह का भी नाम शामिल है।
Start the Discussion Now...