34.5c India
Saturday May 11, 2024
Aryavart Times

यूक्रेन से हजारों भारतीय छात्रों की वतन वापसी भारत के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक : मोदी

यूक्रेन से हजारों भारतीय छात्रों की वतन वापसी भारत के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पुणे में रहने वाले लोग तो और अच्छी तरह जानते हैं कि कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत ने किस तरह पूरी दुनिया के सामने अपना सामर्थ्य दिखाया है। 

उन्होंने कहा,‘‘ अभी आप लोग यूक्रेन संकट के समय भी देख रहे हैं कि कैसे ऑपरेशन गंगा चलाकर भारत अपने नागरिकों को युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित बाहर निकाल रहा है। ’’

सिम्बायोसिस विश्वविद्यालय, पुणे के स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने आपे संबोधन में कहा, ‘‘ दुनिया के बड़े-बड़े देशों को ऐसा करने में कई मुसीबतें झेलनी पड़ रही हैं। लेकिन ये भारत का बढ़ता हुआ प्रभाव है कि हम हजारों छात्रों को वहां से अपने वतन वापस ला चुके हैं।’’

उन्होंने कहा कि देश में अगर ये बदलाव आया है तो इसका सबसे पहला क्रेडिट भी आप सभी को जाता है, हमारे युवा को जाता है, हमारे यूथ का ही है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब आप देखिए, उदाहरण के तौर पर जिन सेक्टर्स में देश पहले अपने पैरों पर आगे बढ़ने के बारे में सोचता भी नहीं था,उन सेक्टर्स में अब हिन्‍दुस्‍तान वैश्विक नेता बनने की राह पर है।

उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक हमारे लिए मोबाइल निर्माण और ऐसे ही न जाने कितने इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों का एक ही मतलब था- कि आयात करो! 

मोदी ने कहा, ‘‘ दुनिया में चाहे कहीं से ले आओ। रक्षा क्षेत्र में हम दशकों से ये मानकर चल रहे थे कि जो दूसरे देश हमें देंगे, हम उसी के भरोसे कुछ कर सकते हैं।’’

अपने सरकार के कार्यो का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि आज स्थिति भी बदली है, परिस्थिति भी बदले हुये हैं। मोबाइल विनिर्माण में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बनकर उभरा है।

उन्होंने कहा कि आज़ादी के 75वें साल में हम एक नए भारत के निर्माण के नए लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस अमृत अभियान का नेतृत्व हमारी युवा पीढ़ी को ही करना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में जो सरकार है, वो देश के युवाओं के सामर्थ्य पर, आपके सामर्थ्य पर भरोसा करती है। इसलिए हम एक के बाद एक, अनेक सेक्टर्स को आपके लिए खोलते जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा,‘‘ इन अवसरों का खूब फायदा आप उठाइए, इतंजार मत कीजिए।  आप अपने स्टार्ट-अप्स शुरू करिए, देश की जो चुनौतियां हैं, जो स्थानीय समस्याएं हैं, उनके समाधान यूनिवर्सिटीज से निकलने चाहिए। 

 







Start the Discussion Now...



LIVE अपडेट: देश-दुनिया की ब्रेकिंग न्यूज़