भारतीय सेना #indianarmy ने गलवन घाटी को लेकर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के झूठ को बेनकाब करते हुए असली तस्वीर दिखायी है। मीडिया में ऐसी तस्वीरें आई हैं जहां नए साल के जश्न के हिस्से के रूप में पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में एक बड़ा तिरंगा पकड़े भारतीय सेना के जवानों को देखा जा सकता है।
नए साल के मौके पर लद्दाख के गलवान पर झूठा दावा कर चीन ने झूठ फैलाने की कोशिश की थी। उसने गलवान का वीडियो जारी कर दावा किया कि गलवान घाटी #galwan में उनसे अपना ध्वज फहराया था भारत में विपक्षी दल सरकार पर आक्रामक हो गए थे ।
हालांकि, अब चीन #china के प्रोपेगेंडा के जवाब में भारतीय सेना के जवानों ने असली तस्वीर दिखाई है। बर्फ से ढकी चोटी पर तिरंगे के नीचे खड़े जांबाज भारतीय जवानों की तस्वीर सामने आई है।
मीडिया में मंगलवार को कुछ तस्वीरें आई जिसमें नए साल के जश्न के हिस्से के रूप में पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में एक बड़ा तिरंगा पकड़े भारतीय सेना के जवानों की तस्वीरें जारी कीं गई
तस्वीरों को केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने भी ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, “नव वर्ष 2022 के अवसर पर गलवान घाटी में भारतीय सेना के बहादुर जवान।” चीन के सरकारी मीडिया द्वारा गलवान घाटी क्षेत्र के पास एक स्थान से चीनी लोगों को नए साल की बधाई भेजने वाले पीएलए सैनिकों का एक कथित वीडियो चलाने के तीन दिन बाद ये तस्वीरें जारी की गईं।
मीडिया में भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान के हवाले से जारी की गई तस्वीरों में से एक में करीब 30 भारतीय सैनिकों को राष्ट्र ध्वज के साथ दिखाया गया है।
एक अन्य तस्वीर में चार लोग राष्ट्र ध्वज पकड़े हुए हैं और एक अन्य तिरंगा एक अस्थायी निगरानी चौकी से सटे ध्वजदंड पर लहरा रहा है।
समझा जाता है कि यह तस्वीर गलवान घाटी में एक जनवरी को ली गई थी।
इससे पहले भारतीय और चीनी सैनिकों ने एक जनवरी को पूर्वी लद्दाख और उत्तरी सिक्किम सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा के 10 सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया था।
वहीं, चीन के सरकारी मीडिया ने चीनी सेना द्वारा अपने देश का झंडा फहराए जाने की तस्वीरें जारी की थीं। इसके बारे में दावा किया गया था कक ध्वज गलवान घाटी के निकट उनकी तरफ फहराया गया
मीडिया में ऐसी खबरें आई है कि चीनी सैनिक जिस जगह नए साल का जश्न मना रहे थे वह गलवान घाटी क्षेत्र के पास चीन की तरफ एक अंदरुनी इलाका है और यह बफर जोन के करीब नहीं है।
पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के इलाके में पांच मई 2020 को दोनों देशों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीन की सेनाओं की बीच गतिरोध पैदा हो गया था।
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