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Saturday May 11, 2024
Aryavart Times

कोरोना के कारण कामकाज बंद : बच्चों को कैसे एंड्रायड फोन पर पढाई कराएं

कोरोना के कारण कामकाज बंद : बच्चों को कैसे एंड्रायड फोन पर पढाई कराएं

देश में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है । इससे गरीब, अमीर, छोट, बडे सभी प्रभावित हैं लेकिन बच्चों की पढाई सबसे अधि​क प्रभावित हो रही है। सरकार ने स्कूलों को आनलाइन माध्यम से पढाई कराने को कहा है लेकिन बडे वर्ग के पास एंड्रायड मोबाइल फोन नहीं होने के कारण समस्या पेश आ रही है। अनेकों सुदूर इलाकों में नेटवर्क कनेक्शन की भी समस्या पेश आ रही है जिससे बच्चों का पठन पाठन काफी प्रभावित हो रहा है।

कोरोना की वैश्विक महामारी में लाभ दिलाने के लिए सरकार की मंशा तो अच्छी है, लेकिन गांव की गरीबी और दुश्वारियां आड़े आ रही हैं। जिसकी वजह से चार महीनों से परिषदीय स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई ठप है। कारण, परिवार के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं हैं, जिसकी वजह से वह ऑनलाइन पाठशाला का हिस्सा बन सकें। 

बिहार, उत्तरप्रदेश, झारखंड जैसे प्रदेशों में यह समस्या बडी है। मार्च में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में जब वार्षिक परीक्षाओं का दौर था तो कोरोना का संक्रमण हावी हो गया, जिसकी वजह से प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए।  छात्र-छात्राओं को नहीं बुलाया जा रहा है।स्कूलों को आनलाइन माध्यम से पढाई कराने को कहा गया है ।  ऑनलाइन पढ़ाई, टेलीविजन, रेडियो व वाट्सएप ग्रुप बनाकर पढ़ाने को कहा गया । करीब दो महीने हो गए हैं, लेकिनकाफी संख्या में छात्र-छात्राएं घर में एंड्रायल मोबाइल न होने की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।

 बिहार के मुजफफरपुर के पास फोनलेन मार्ग किनारे खेल रहे तीन बच्चों से जब पूछा गया तो बताया कि स्कूल बंद हैं, वह पढ़ाई कैसे करें। उसी में से पकडी पंचायत के कक्षा तीन के छात्र अंश ने बताया कि स्कूल में छुट्टी चल रही है, इस वजह से पढ़ाई नहीं कर रहा हूं। अभी नई किताबें भी नहीं मिली हैं, उसका मन पढ़ने का है, लेकिन पढ़ नहीं पा रहा है।

पूछने पर बताया कि घर पर बड़ा मोबाइल नहीं है और न ही किसी ने बताया कि मोबाइल से पढ़ाई होती है।

यह स्थिति केवल अंश की ही नहीं है बल्कि​ इन राज्यों में सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले काफी संख्या में छात्रों को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड रहा है। 

इन छोटे छोटे बच्चों की एक बडी समस्या आनलाइन माध्यम से पढाई को लेकर भी है । इसके कारण उनके मस्तिष्क और आंखों सहित स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड रहा है। 

प्राथमिक पाठशाला जैंतपुर स्थित प्राथमि​क पाठशाला में कक्षा तीन के छात्र पुनित की मां जानकी देवी बताती हैं, "लॉकडाउन से स्कूल बंद है। बच्चे को किताबें भी नहीं मिली हैं। कामकाज करके खर्च चलाती हूं तो बड़ा मोबाइल कहां से खरीदें। स्कूल के सर ने बताया था कि ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है, लेकिन मेरे पास छोटा मोबाइल है, उससे सिर्फ बात हो सकती है।" शशि ने आगे बताया कि सरकारी स्कूलों में ज्यादातर गरीब परिवार के ही बच्चे जाते हैं, उनके पास स्क्रीन टच वाले मोबाइल नहीं हैं, वह अपने बच्चों की किस तरह पढ़ाई कराएं।







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