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Friday May 10, 2024
Aryavart Times

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने 5.50 लाख करोड़ रूपये का बजट पेश किया

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने 5.50 लाख करोड़ रूपये का बजट पेश किया

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सोमवार को वित्तीय वर्ष 2021—22 के लिये राज्य विधानसभा में 5,50,270.78 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया जिसमें किसानों के लिये कई योजनाओं की घोषणा की गई है। 

यह प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा बजट है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट को लोक कल्याणकारी, विकासोन्मुख और सर्वसमाज के विकास को समर्पित बताते हुए कहा कि यह सर्व समाज के सर्वांगीण विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

वहीं, विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुये बजट को निराशाजनक बताया है।

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने टैबलेट से पढ़ते हुये 550270.78 करोड़ रुपये के बजट प्रस्ताव प्रस्तुत किये। प्रदेश के अब तक के सबसे बड़े इस बजट का आकार पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 37,410 करोड़ रुपये अधिक है। 

यह प्रदेश का पहला दस्तावेज रहित बजट भी है। 

बजट में किसानों की आय दोगुनी करने, सरकारी नलकूपों से मुफ्त पानी उपलब्ध कराने और सहकारी समितियों से रियायती दर पर फसली कर्ज उपलब्ध कराने सहित किसान कल्याण के लिये कई योजनाओं की घोषणा की गई है। 

इसके साथ ही महिलाओं और समाज के विभिन्न वर्ग के लिये कई नई पहलें की गई है। किसानों के लिये 'आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना' शुरू करने की घोषणा की गई है। इसके लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। 

इसके अलावा मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत 600 करोड रुपए, नहरों और सरकारी नलकूपों से किसानों को मुफ्त पानी की व्यवस्था के लिए 700 करोड़ रुपए और किसानों को प्रारंभिक सहकारी कृषि ऋण समितियों के जरिए रियायती दरों पर फसली ऋण उपलब्ध कराने के मकसद से 400 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।

प्रदेश के इस पहले 'दस्तावेज रहित' बजट के तहत सभी सदस्यों को भी टैबलेट पर ही बजट उपलब्ध कराया गया। यह प्रदेश की योगी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का पांचवां बजट है। 

इस बजट में 27,598.40 करोड़ रुपये की नयी योजनाओं का प्रस्ताव किया गया है। बजट में 90,729.80 करोड़ रुपये के राजकोषीय घाटे का अनुमान है जो सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 4.17 प्रतिशत है। बजट में 5,06,181.84 की कुल प्राप्तियां का अनुमान लगाया गया है। 

इनमें कुल 4,18,340.44 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्तियां और 87,841.40 करोड़ रुपये की पूंजीगत प्राप्तियां शामिल हैं। 

विधान सभा में सपा और विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने बजट की आलोचना करते हुए पत्रकारों से कहा झूठ का पुलिंदा यह बजट सिर्फ पेपरलेस ही नहीं है, बल्कि यह 'रोजगारलेस' और 'किसानों की आमदनीलेस' भी है।

बसपा प्रमुख मायावती ने भी बजट को निराशाजनक करार देते हुए ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज पेश बजट भी केन्द्र सरकार के बजट की ही तरह रोजगार आदि के मामले में अति-निराश करने वाला है। 







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