उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने लखनऊ में बैठक ली । राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने बैठक में मतदाता पुनरीक्षण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया।
राधामोहन सिंह ने कहा कि इसकी चिंता पंचायत चुनाव में लगी कोर टीम को करनी है।
उन्होंने कहा कि समृद्ध ग्राम से ही समृद्ध राष्ट्र की परिकल्पना को साकार रूप दिया जा सकता है. ग्राम स्वावलंबन से आत्मनिर्भर भारत का मोदी जी का सपना साकार होगा।
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के साथ पंचायत चुनाव प्रभारी विजय बहादुर पाठक, जलशक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी आदि मौजूद थे ।
सिंह ने कहा कि किसान प्रधानमंत्री के लिए भगवान हैं और उनका विकास ही गांव का विकास है । भाजपा के लिए पंचायत चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि योग्य और कुशल नेतृत्व गांवों को मिल सके।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद ग्राम पंचायत हों या शहरी निकाय हो बजट बढ़ाया गया ताकि बेहतर सुविधा लोगों को उपलब्ध कराया जा सके और गांवों का विकास हो. बजट का बेहतर उपयोग हो इसके लिए योग्य लोगों का जीतना जरुरी है ।
कृषि संबंधी कानूनों को किसान उपयोगी बताते हुए सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का देश के किसानों को लिखा ये पत्र विपक्ष द्वारा फैलाये गए भ्रम को दूर करने, देश के अन्नदाता की चिंताओं को दूर करने का एक बहुत अच्छा प्रयास है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य. क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव इस बार एक साथ होंगे. अभी तक की तैयारियां मार्च 2021 में चुनाव कराने की हैं. आरक्षण का फार्मूला जल्द तय हो जाएगा। वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूर्ण कर ली जाएगी।
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