कोविड-19 से बचाव के लिए मंगलवार तक देश में 20 लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण हो चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी है ।
मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रव्यापी टीकाकरण के 11 वें दिन पांच राज्यों में 194 सत्रों में शाम सात बजे तक 5615 लोगों का टीकाकरण हुआ। इनमें तमिलनाडु में 4926, कर्नाटक में 429, राजस्थान में 216, तेलंगाना में 35 और आंध्रप्रदेश में नौ लोगों का टीकाकरण हुआ।
बयान में कहा, ‘‘कोविड-19 से बचाव के लिए अब तक कुल मिलाकर 20.29 लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण हो चुका है। अस्थायी रिपोर्ट के मुताबिक कुल 20,29,424 लोगों को टीके की खुराक दी गयी।’’
स्वस्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गणतंत्र दिवस के कारण मंगलवार को राज्यों में टीकाकरण के लिए सीमित सत्र का आयोजन किया गया।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक सबसे ज्यादा कर्नाटक में 2,31,601 लोगों का टीकाकरण हुआ है। ओडिशा में 1,77,090, राजस्थान में 1,61,332 और महाराष्ट्र में 1,36,901 लोगों को टीके की खुराक दी गयी है।
वहीं, भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित किया है कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की कोवैक्स पहल को धीरे-धीरे टीके की आपूर्ति करेगा और विभिन्न देशों को अनुबंध के आधार पर चरणबद्ध तरीके से टीके की आपूर्ति करेगा। नयी दिल्ली ने “टीका कूटनीति“ के जरिए नौ देशों को टीके की 60 लाख से ज्यादा खुराकें भेजी हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत के नागराज नायडू ने कहा, “दुनिया में सबसे बड़े टीका निर्माता के तौर पर, हम अपने टीके के उत्पादन और वितरण क्षमता को पूरी मानवता के लाभ के लिए उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा कर रहे हैं।“
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नायडू ने कहा कि भारत में दो टीकों के आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई है और देश की योजना पहले छह महीनों में करीब 30 करोड़ नागरिकों को टीका लगाने की है।
इस संबंध मे एक प्रस्ताव 2532 (2020) को जुलाई 2020 में स्वीकार किया गया था। यह दुनिया के सबसे कमजोर देशों में कोविड-19 से निपटने के प्रयासों में एकजुट होकर मदद करने के लिए वैश्विक युद्ध विराम की संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील पर समर्थन व्यक्त करता है।
नायडू ने कहा, “ हमने प्रथम चरण में नौ देशों को 60 लाख से अधिक खुराकें भेज चुके हैं। चरणबद्ध तरीके से अनुबंध के आधार पर अन्य देशों को आपूर्ति की जा रही है। हम विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोवैक्स पहल को भी धीरे-धीरे आपूर्ति करेंगे। “
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