भारत में अब तक 19,01,413 सत्रों में टीके की कुल 13,01,19,310 खुराकें लगाई गईं । कोविड टीकों की पहली खुराक लेने के बाद 21,000 से अधिक लोग वायरस से संक्रमित हुए जबकि 5,500 से अधिक लोग दूसरी खुराक लेने के बाद संक्रमित हुए। केंद्र ने बुधवार को यह जानकारी दी।
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 17,37,178 व्यक्तियों ने कोवैक्सिन की दूसरी खुराक ली थी, उनमें से 0.04 प्रतिशत लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। वहीं कोविशिल्ड की दूसरी खुराक लेने वाले 1,57,32,754 लोगों में से 0.057 प्रतिशत लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं।
भार्गव ने कहा कि टीके संक्रमण के जोखिम को कम करते हैं और मृत्यु तथा गंभीर संक्रमण को रोकते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि टीकाकरण के बाद भी कोई संक्रमण हो जाता है तो इसे भेदन संक्रमण कहा जाता है।
भार्गव ने कहा कि अब तक कोवैक्सिन की 1.1 करोड़ खुराकें दी गयी गई हैं। इनमें से 93 लाख लोगों को पहली खुराक मिली और उनमें से 4,208 लोग (0.04 प्रतिशत) लोग संक्रमित हो गए जो प्रति 10,000 की आबादी पर चार है।
उन्होंने कहा कि करीब 17,37,178 लोगों ने दूसरी खुराक ली है और उनमें से केवल 695 लोग (0.04 प्रतिशत) कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए।
भार्गव ने कहा कि कोविशिल्ड की 11.6 करोड़ खुराकें दी गयी हैं। दस करोड़ लोगों को पहली खुराक दी गयी और 17,145 यानी प्रति 10,000 लोगों में से दो लोगों को संक्रमण हुआ।
करीब 1,57,32,754 व्यक्तियों ने इस टीके की दूसरी खुराक ली और उनमें से 5,014 (0.03 प्रतिशत) संक्रमित हुए। प्रति 10,000 लोगों पर दो से चार में ‘भेदन’ संक्रमण हुआ है जो बहुत कम संख्या है।
आंकड़ों के अनुसार, 5,709 लोग टीके की दूसरी खुराक लेने के बाद संक्रमित हो गए। उन्होंने कहा, "यह छोटी संख्या है और चिंताजनक नहीं है।’’
गौरतलब है कि अब तक 92,01,728 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक और 58,17,262 स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी खुराक दी गईं। इसके अलावा 1,15,62,535 अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को पहली खुराक और 58,55,821 अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को दूसरी खुराक दी गई। 60 साल से ज्यादा उम्र के 4,73,55,942 लाभार्थियों को पहली और 53,04,679 को दूसरी खुराक दी गई। इसके साथ ही 45 से 60 साल उम्र के 4,35,25,687 लाभार्थियों को पहली और 14,95,656 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई।
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