कुवैत की सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के दो पूर्व नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गयी विवादित टिप्पणियों के विरोध में प्रदर्शन में भाग लेने वाले प्रवासियों को गिरफ्तार करने तथा उन्हें निष्कासित करने का फैसला किया है।
मीडिया की खबरों के अनुसार, इस खाड़ी देश के कानून में ऐसे प्रदर्शनों की अनुमति नहीं है।
मीडिया में सऊदी अरब में अंग्रेजी भाषा के दैनिक अखबार अरब न्यूज में प्रकाशित एक खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि शुक्रवार की नमाज के बाद फाहाहील इलाके से पैगंबर मोहम्मद के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, कुवैती अखबार अल राई ने खबर दी है कि अधिकारी उन्हें गिरफ्तार करने तथा उनके देश वापस भेजने के लिए निर्वासन केंद्र ले जाने की प्रक्रिया में हैं और उनके फिर से कुवैत आने की अनुमति नहीं होगी।’’
खबर में प्रदर्शन में भाग लेने वाले प्रवासियों की नागरिकता का जिक्र नहीं है।
कुवैत सरकार उन कुछ देशों में से एक है जिसने भाजपा के पूर्व पदाधिकारी की टिप्पणियों को लेकर भारतीय दूत को तलब किया गया था।
खबरों के अनुसार, कुवैत में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज को तलब कर वहां के एशिया मामलों के सहायक विदेश मंत्री ने उन्हें एक आधिकारिक विरोध पत्र सौंपा।
वहां के विदेश मंत्रालय ने भारत की सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा जारी बयान का स्वागत किया, जिसमें उसने नेताओं को निलंबित करने की घोषणा की।
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