34.5c India
Friday May 10, 2024
Aryavart Times

पंजशीर अभी भी तालिबान की पकड़ से दूर, रेसिस्टेंस फोर्स से मिल रही कड़ी चुनौती

पंजशीर अभी भी तालिबान की पकड़ से दूर, रेसिस्टेंस फोर्स से मिल रही कड़ी चुनौती

अफगानिस्तान के उत्तर-पूर्वी प्रांत पंजशीर घाटी में तालिबान और रेसिस्टेंस फोर्स  के बीच भयंकर लड़ाई जारी है। तालिबान ने पंजशीर के कई इलाकों पर कब्जा करने का दावा किया था लेकिन रेसिस्टेंस फोर्स ने कहा कि भीषण लड़ाई में तालिबान के 700 लड़ाके मारे गए और काफी संख्या में पकड़ लिये गए । 

इससे पहले पजंशीर के नेता अहमद मसूद कहा था कि ‘मर जाएंगे, लेकिन आत्मसमर्पण नहीं करेंगे’।

अफगानिस्तान के दिग्गज नेता अमरूल्ला सालेहने कहा है कि पंजशीर से तालिबान का प्रतिरोध जारी है और जारी रहेगा, मैं अपनी धरती पर हूं और अपनी जमीन एवं सम्मान की रक्षा के लिये लगा रहूंगा ।

अमरूल्ला सालेह ने ट्वीट किया कि इमर्जेंसी अस्पाताल खोले जाने के बाद पिछले 23 वर्षो में हमने कभी भी यहां के लिये तालिबान का रास्ता नहीं रोका लेकिन तालिबान युद्ध अपराध कर रहे हैं और उनके मन में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों के प्रति कोई सम्मान नहीं है  

अमरूल्ला सालेह ने कहा, ‘‘हम संयुक्त राष्ट्र और दुनिया के नेताओं से तालिबान के आपराधिक एवं आतंकी अचरण का संज्ञान लेने की अपील करते हैं ।’’

इससे पहले, सालेह ने एक विदेशी टीवी चैनल को साक्षात्कार में कहा था कि अफगानिस्तान बंद करके अंतिम अमेरिकी सैनिक के बैग में नहीं रख दिया गया बल्कि यह देश अभी भी मौजूद है । 

अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति एवं दिग्गज नेता सालेह ने कहा, ‘‘ यहां की वादियां एवं पहाड़ खूबसूरत हैं, नदियां प्रवाहित हो रही है और आगे भी होंगी । तालिबान अलोकप्रिय छद्म ताकत है और इसलिये पूरे देश उससे बचना चाहता है। ‘‘

उन्होंने कहा था कि एक सुपरपावर ने यहां से जाने और मिनीपावर बनने का फैसला किया, ठीक है लेकिन उनकी कही बातें अभी पूरी नहीं हुई है और दुश्मन अभी खत्म नहीं हुआ है । इसलिये नैतिकता का तकाजा था कि वे अभी रहते । 

वहीं, तालिबान में ऐसा लगता है कि सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है । काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान में नयी सरकार के गठन को अगले सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है। इसे पहले भी सरकार गठन की घोषणा को वह टाल चुका है। 

तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने शनिवार को बताया कि नयी सरकार और कैबिनेट सदस्यों के बारे में घोषणा अब अगले सप्ताह की जाएगी। तालिबान एक ऐसी सरकार बनाने के लिये संघर्ष कर रहा है जो समावेशी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्वीकार्य हो।

इस बीच खबर है कि तालिबान के सह-संस्थापक अब्दुल गनी बरादर और हक्कानी गुट के बीच झड़प हुई है और इसमें गोली भी चली है। अफगानिस्तान की वेबसाइट पंजशीर ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के हवाले से मीडिया में आई खबर के मुताबिक, इस झड़प में अब्दुल गनी बरादर घायल हो गए हैं।







Start the Discussion Now...



LIVE अपडेट: देश-दुनिया की ब्रेकिंग न्यूज़