अभिनेत्री कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच जारी विवाद बढ़ता ही जा रहा है और अब बालीवुड अभिनेत्री को साधु संतों का समर्थन मिल रहा है। अयोध्या के संतों के एक वर्ग ने धमकी दी है कि उद्धव ठाकरे का अयोध्या में आने पर विरोध होगा ।
इस मामले में अभिनेत्री को समर्थन देने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और उद्धव ठाकरे का विरोध भी शुरू हो गया है।
खबरों के अनुसार, कंगना रनौत को राजनेताओं, बॉलीवुड स्टार के बाद अब साधु-संतों का भी समर्थन मिल रहा है । अयोध्या के संतों का एक वर्ग कंगना के समर्थन में उतर चुका है और उद्धव ठाकरे को चेताया है कि वो अगर अयोध्या आते हैं, तो उनका स्वागत नहीं, बल्कि विरोध किया जाएगा । संतों ने उद्धव से कहा है कि वो अयोध्या न आएं ।
इससे पहले अखाड़ा परिषद ने कंगना का समर्थन किया था. अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा था कि कंगना रनौत की ओर से कहे सच को दबाने के लिए उद्धव ठाकरे सरकार ने कंगना के कार्यालय पर बुलडोजर चलवाया है और बदले की कार्रवाई की है ।
उन्होंने आगे कहा, हालांकि, महाराष्ट्र हाईकोर्ट ने कंगना रनौत को बड़ी राहत देते हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाई है।
एक बड़ा वर्ग लगातार यह कह रहा है कि सुशांत सिंह केस में जिस बहादुरी से कंगना रनौत ने ड्रग और बॉलीवुड माफियाओं का सामना किया है, उससे लोगों में बौखलाहट है।
उनका कहना है कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बुधवार को रनौत के उपनगर बांद्रा के पाली हिल स्थित बंगले को अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर चला दिया, जिसमें अभिनेत्री के अनुसार करीब दो करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इधर कंगना ने इस मामले को लेकर बंबई उच्च न्यायालय में अपने बंगले के अवैध निर्माण को ढहाने की बीएमसी की कार्रवाई को चुनौती दी है।
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के बारे में कंगना के एक हालिया बयान और शिवसेना नेता संजय राऊत की विवादास्पद टिप्पणी से विवाद की शुरूआत हुई थी ।
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