पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में कपड़ा मंत्रालय ने देश के कपड़ा क्षेत्र में कच्चे माल की कमी को पूरा करने के लिए भारत से कपास के आयात पर प्रतिबंध हटाने की सिफारिश की है।
द डॉन न्यूज ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा है कि कपड़ा उद्योग मंत्रालय ने भारत से कपास और सूती धागे के आयात पर प्रतिबंध हटाने के लिए कैबिनेट की आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) से अनुमति मांगी है।
खबरों में एक पाकिस्तानी अधिकारी के हवाले से कहा कि हमने प्रतिबंध हटाने के लिए ईसीसी से एक सप्ताह से अधिक समय पहले लिखित अनुरोध किया था।
अस प्रस्ताव को समन्वय समिति के निर्णय को औपचारिक अनुमोदन के लिए संघीय मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा। प्रधानमंत्री ने वाणिज्य एवं कपड़ा मंत्रालय के प्रभारी के रूप में इस आवेदन को इसीसी के समक्ष प्रस्तुत करने की मंजूरी दे दी है।
पाकिस्तान में कपास की कम पैदावार हुई है । इसके कारण वहां कपड़ा उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है ।
जम्मू कश्मीर में अनुच्छे 370 समाप्त करने के बाद पाकिस्तान ने भारत से व्यापारिक आदान प्रदान को रोक दिया था ।
लेकिन वहां कपास की पैदावार में कमी आने की वजह से भारत से कपास आयात का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
कपास और यार्न की कमी के कारण, पाकिस्तान में उपयोगकर्ताओं को संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील और उजबेकिस्तान से कपास का आयात करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
भारत से कपास का आयात बहुत सस्ता बैठेगा और यह तीन से चार दिनों के भीतर पाकिस्तान पहुंच जाएगा। बाकी देशों से कपास धागे का आयात करना न केवल महंगा है, बल्कि पाकिस्तान तक पहुंचने में एक से दो महीने का समय भी लगता है।
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