केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि गुणवत्ता उच्च शिक्षा राष्ट्रीय उत्पादकता का इंजन है और 21 वीं सदी की आवश्यकताओं को देखते हुए उच्च शिक्षा में तर्कसंगत सोच, वैज्ञानिक स्वभाव के साथ ज्ञान प्राप्त करने को तवज्जो दिया गया है।
इंटरनेशनल टीचर्स गिल्ड फाउंडेशन के वर्चुअल उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री धोत्रे ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रत्येक उन्नत संस्कृति और राष्ट्र-निर्माण के आधार की पहचान है। गुणवत्ता उच्च शिक्षा राष्ट्रीय उत्पादकता का इंजन है।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा किआत्मानिर्भर भारत के लिए भारत के मूल्यों और लोकाचार में निहित विश्व स्तरीय शिक्षा महत्वपूर्ण है । इस संदर्भ में 21 वीं सदी की आवश्यकताओं को देखते हुए, उच्चतर शिक्षा का उद्देश्य अच्छे, विचारशील, अच्छी तरह से विकसित और रचनात्मक व्यक्तियों को विकसित करना होगा।
उन्होंने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक महत्वपूर्ण कदम है।
धोत्रे ने कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान प्राप्त करने के बारे में नहीं है बल्कि यह तर्कसंगत सोच, वैज्ञानिक स्वभाव के साथ ज्ञान प्राप्त करने से जुड़ा है। यह उन मूल मूल्यों को स्थापित करने के बारे में भी है जो हमारे संविधान ने हमें दिए हैं। यह वास्तव में एक भारत श्रेष्ठ भारत सुनिश्चित करेगा। ” यदि मातृभाषा में ज्ञान प्राप्त किया जाता है, तो यह अधिक प्रभावी है।
उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सुधार के केंद्र में हमारे शिक्षक है और नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे शिक्षकों को पुन: प्रतिस्थापित करने का काम करेगी ।
चर्चा में महाराष्ट्र विधानसभा के विधायक रणधीर सावरकर के अलावा सीईओ आयुष प्रसाद, शिक्षाविद प्रभात रंजन आदि ने हिस्सा लिया ।
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